मंगलवार, 18 दिसंबर 2018

कैलारस की कुछ महत्वपूर्ण जानकारी

कैलारस:-


कैलारस मुरैना जिले में स्थित एक तहसील,नगर पंचायत है। जो मुरैना जिला मुख्यालय से 45km की दूरी पर स्थित है। कैलाऱस की 2011 जनगणना के अनुसार जनसंख्या 21,930 है।


Kailaras in map



👉तहसील का नाम: कैलारास
👉जिला: मोरेना
👉राज्य: मध्य प्रदेश
👉डिवीजन: चंबल
👉भाषा: हिंदी
👉नदी:क्वारी
👉समय क्षेत्र: आईएसटी (यूटीसी +5: 30)

👉ऊंचाई / ऊंचाई: 1 9 3 मीटर। ऊपर सील स्तर
👉टेलीफोन कोड / एसडीडी कोड: 07536
👉जनसंख्या:21,930
👉बैंक शाखा:SBI(2) CBI(1) SAHAKARI(2)
👉ATM:कुल 5

👉विधानसभा क्षेत्र: जौरा
👉विधानसभा विधायक: बनवारी शर्मा(Congress)
👉लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र: मोरेना
👉संसद सांसद: अनुप मिश्रा(BJP)

👉हाइवे:SH/347
👉पिन कोड: 476224
👉डाकघर का नाम: केलारस
👉साक्षरता दर: 62%


1.कैलाश पर्वत:-


कैलारस का नाम "कैलारस" क्यों पडा......?
लोगों मैं ऐसी मान्यता है कि रामायण के अनुसार,जब हनुमान जी लछ्मण जी के लिये संजीवनी बूटी ला रहे थे तो वे बूटी को पहचान न पाने के कारण पूरा पर्वत ही उठा लाये थे।
                           और उस पर्वत का कुछ टुकड़ा यहां गिर गया था।उस समय यहां कोई गॉव,शहर नहीं था। उसके बाद धीरे धीरे लोग यहॉ आकर बसने लगे।पहाड़ पर ऊपर शिव जी का एक विशाल मंदिर भी है।जिसका एरिया लगभग 5000 sq ft है,जहॉ श्रद्धालु दर्शन,पूजा करने के लिये जाते हैं।

Kailaras alopi,kailaras alopi mandir



2.कैलारस की नैरोगेज:-





https://youtu.be/aTFEq19P0vM





कैलारास में बस स्टैंड के अलावा एक रेलवे स्टेशन भी है, जो कैलरास को ग्वालियर, सुमावली, शेओपुर, सबलगढ़ ........ से जोडती है | ये ट्रेन 250 किमी का सफर तय करती है | ट्रेन का नाम है-नैरोगेज ट्रेन (छोटी लाइन) । इस  ट्रेन की सुरुआत आज से लगभग 20 साल पहले कांग्रेस शासन में की गेई थी।

                 आप जानकर आश्चर्य करेंगे कि भारत की कुल रेल लम्बाई का मात्र  5% भाग लम्बाई छोटी लाइन की है। वर्तमान MP में सिर्फ 2 जगाहो पर ही छोटी लाइन चालाती है। ट्रेन की औसत चाल 40 किमी प्रति घंटा है। ट्रेन बहुत ही धीमी गति से चलती है। सरकार के एक परियोजना के अनुसार,इस लाइन की जगह बड़ी लाइन बिछाई जायेगी।


                                       ट्रेन का समय


ग्वालियर की तरफ-  07:00 am   01:30 pm    04:00 pm 

श्योपुर की तरफ-     10:15 am   01:30 pm    07:30 pm





👍👍👍👍👍👍


कैलारस के प्रसिद्ध दार्शनिक स्थल

कैलारस पर्यटन के लिहाज से भी किसी से कम नहीं है



1.कैलारस अलोपी शंकर:-


कैलारस का नाम "कैलारस" क्यों पडा......?
लोगों मैं ऐसी मान्यता है कि रामायण के अनुसार,जब हनुमान जी लछ्मण जी के लिये संजीवनी बूटी ला रहे थे तो वे बूटी को पहचान न पाने के कारण पूरा पर्वत ही उठा लाये थे।
                     
                              और उस पर्वत का कुछ टुकड़ा यहां गिर गया था।उस समय यहां कोई गॉव,शहर नहीं था। उसके बाद धीरे धीरे लोग यहॉ आकर बसने लगे।पहाड़ पर ऊपर शिव जी का एक विशाल मंदिर भी है।जिसका एरिया लगभग 5000 sq ft है,जहॉ श्रद्धालु दर्शन,पूजा करने के लिये जाते हैं।

अलोपी मंदिर पर पूजा-

                                      लगभग 200 फीट की ऊंचाई पर बने इस मंदिर में २ पुजारी पूजा करने के लिए हमेशा रहते हैं। और पूजा के साथ साथ इस मंदिर की देखरेख भी करते हैं। कैलारास निवासी और आस पास के लोग सोमवार के दिन पूजा करने जाते है। भगवान शिव की पिंडी पर पानी अर्पित करते  है..और पूजा अर्चना करते हैं।



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👉अलोपी मंदिर के नाम पर कैलारस में एक गली का भी नाम ऱखा गया है-अलोपी गली


२.ईशुरा की गुफा कैलारस:-

यह पवित्रा स्थल कैलारास से लगभग 20 किमी की दुरी पर स्थित है। जो पहाड़गढ़ शहर के पास पड़ता है। कैलारस के इस पवित्र और सुन्दर स्थल पर घूमने के लिए लिये आपको पहले पहाडगढ़ जाना  होगा ... यात्री या पर्यटक कैलारस से बस से जा सकते हैं ... लेकिन वहॉ से इस स्थल के लिये कोई वाहन नहीं चलता है ... इसलिये पर्यटकों को निजी वाहन ले जाना ही उचित होगा ...
           
                               ये एक एसा स्थल है..जहा पर घने वन के साथ साथ गुफा भी है..जो कि एक बेहतर पिकनिक स्पॉट के रूप में जाना जाता है।यहॉ पहुचकर आदमी को इतनी शाँति या प्रसन्नता मिलती है ... जिसका कोई जवाब नहीं है .. ..वाकई लाजवाब।👌👌




3.पगारा डैम:-

पगारा डैम.....😱😱जी हॉ,पगारा...!!!!

आसन नदी पर बना  ये बांध जौरा तहसील में आता है ... यद्यपि कैलरास से भी  ज्यादा दुर नही है..वैसे तो यहॉ हर मौसम में घूमने जा सकते हैं .. लेकिन बारिश के मौसम में जाना लोग ज्यादा पसंद करते है ... यहॉ कैलारास, जौरा, सबलगढ़ के साथ साथ मुरैना के लोग भी घूमने आते हैं ....

                                      बरसात के मौसम में सबसे अच्छा पिकनिक स्पॉट है। इस बांध का निर्माण  वर्ष 1927 में हुआ था ..... इसकी देखरेख Water Resource Department एमपी सरकार करती है ... बांध के पानी से है सिंचई परियोजनाऔं का लक्ष्य पूरा करने में मदद मिलती है।

  इस   बांध की लंबाई 1680 मीटर तथा अधिकतम ऊंचाई ३० m है।

   
Important Points
#

AttributeValue
1Name of DamPagara Dam
2Dam Name Alias
3RiverAsan
4Nearest CityJora
5DistrictMorena
6StateMadhya Pradesh
7BasinGanga
8StatusCompleted
9Purpose of DamIrrigation
10Year of Commencement (YYYY)
11Year of Completion (YYYY)1927
12Operating & Maintainance AgencyWRD,Govt. of MP
13Dam (Interstate/ International)
14Dam's (Interstate/ International) Agreement
15Dam as per Parliamentary ConstituencyMorena
16Seismic ZoneSeismic Zone-II
17Type of DamEarthen/ Gravity & Masonry
18Length of Dam (m)1683
19Max Height above Foundation (m)27
20Instrumentation Embeded in Dam
21Total Volume Content of Dam (TCM)
22Design Flood (cumec)1330
23Type of Spillway
24Length of Spillway (m)
25Crest Level of Spillway (m)
26Spillway Capacity (cumec)1330
27Type of Spillway Gates
28No. of Spillway Gates
29Size of Spillway Gates (m x m)
30Mode of Operation
31Type of Energy Dissipation
32No. of River Sluice
33Sluice Purpose
34Size of Sluice (m x m)
35Remarks
36NRLD No.MP08MH0074


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सोमवार, 17 दिसंबर 2018

कैलारस की प्रसिद्ध फैक्ट्रियॉ




कैलारस  में स्थित कुछ फैक्ट्रियॉ एसी हैं जो न केवल MP में बल्कि पूरे देश बल्कि देश भर में प्रसिद्ध हैं.जिससे हज़ारों लोगो को रोज़गार मिला और इस क्षेत्र के विकास में अपना योगदान दिया




1.GAIL INDIA Factory:-









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Kailaras GAIL Factory



2.सुगर फैक्ट्री:-

कैलारस का मिल (चीनी कारखाना) MP के गिने चुने कारखानों में से एक है। MP में कुल 5 चीनी कारखानों में से १ कैलारस में है। कैलारस मिल कुछ वजहों से साल 2012 में बंद कर दिया गया।


आखिरकार,सुगर फैक्ट्री के श्रमिकों का क्या हुआ???
                                                                            जिस शुगर फैक्ट्री के चालू रहते हुए जिन हजारों श्रमिकों को रोज़गार मिलता था, आज उनके रोजगर का क्या हुआ? क्या उनको सरकार के किसी अन्य विभाग में रोजगर दिया गया है? और सुनने में तो ये भी आया है, की कुछ किसानो का भुगतान भी होना बाकी है। वर्ष 2017 में खबर में भी आई थी,कि ये मिल दोबारा चालु हो रहा  है ... लेकिन फिलहाल तो ये बंद ही है।ये खबर अखबार में भी प्रकाशित हो चुकी थी 👉https://youtu.be/aTFEq19P0vM




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3.Ice Factories in Kailaras:-

कैलारास शहर में लगभग 7 बर्फ कारखाना भी है। जो प्रतिदिन लगभग १,००,०००  cube m बर्फ का उत्पादन करती हैं, इस आइस का उपयोग व्यवसाय के लिए किया जाता है। आपको जानकर आश्चर्य होगा की .... कैलारास में आज से लगभग 15 साल पहले ही बर्फ कारखाना खोली जा चुकी थी।







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